राजस्थान के जयपुर ज़िले में मंगलवार को एक भयानक सड़क हादसा हुआ, जिसने सभी को हिला कर रख दिया। मनोहरपुर-दौसा नेशनल हाईवे-148 पर रायसर थाना क्षेत्र के रतनपुरा गांव के पास, दोपहर करीब 2:45 बजे, एक कार और ट्रक की आमने-सामने टक्कर हो गई। इस हादसे में दो सगे भाइयों समेत तीन युवकों की मौके पर ही दुखद मौत हो गई, जबकि दो अन्य युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतक उत्तरप्रदेश के रायबरेली ज़िले के निवासी थे और खाटूश्यामजी के दर्शन के लिए जा रहे थे।

श्रद्धा यात्रा बनी मौत की यात्रा
जयपुर ग्रामीण के एएसपी नारायण लाल तिवाड़ी के मुताबिक, कार में सवार युवक खाटूश्यामजी मंदिर में दर्शन करने के लिए जा रहे थे। जब वे ओवरटेक कर रहे थे, तभी अचानक सामने से आ रहे ट्रक से उनकी टक्कर हो गई। यह हादसा इतना भयानक था कि कार के परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार युवक बुरी तरह फंस गए। मृतकों की पहचान इस हादसे में जिन तीन युवकों की जान गई,
उनके नाम हैं: अजय यादव
अभय यादव (अजय के छोटे भाई)
आकाश यादव वहीं, शिवम मौर्य और शुभम शर्मा गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और
उनका इलाज जयपुर के निम्स अस्पताल में चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, दोनों की हालत चिंताजनक बनी हुई है।
घटनास्थल का दृश्य बेहद डरावना था।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, टक्कर इतनी भयानक थी कि कार पूरी तरह से चकनाचूर हो गई और शव गाड़ी में बुरी तरह फंसे रह गए। आसपास के ग्रामीण और राहगीर मौके पर पहुंचे और लगभग आधे घंटे की कड़ी मेहनत के बाद शवों और घायलों को बाहर निकाला गया। कार का दृश्य वहां मौजूद हर किसी की आंखों में आंसू ला दिया।

ट्रक चालक मौके से फरार हो गया।
हादसे के बाद ट्रक चालक मौके पर ट्रक छोड़कर भाग गया। पुलिस उसकी तलाश में जुट गई है और ट्रक को जब्त कर लिया गया है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि ओवरटेक करते समय कार असंतुलित होकर सामने से आ रहे ट्रक से टकरा गई, जिससे यह जानलेवा हादसा हुआ।

प्रशासन की देरी पर भड़के लोग
दुर्घटना की सूचना मिलने के बावजूद पुलिस और हाईवे पेट्रोलिंग टीम के मौके पर देर से पहुंचने से लोगों में भारी आक्रोश फैल गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस के खिलाफ नाराजगी जताई और मौके पर जमकर हंगामा किया। उनका कहना था कि अगर पुलिस समय पर पहुंचती तो शायद घायलों को और जल्दी अस्पताल पहुंचाया जा सकता था।
शोक की लहर
हादसे की सूचना मिलते ही मृतकों के परिजनों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा। पूरे रायबरेली जिले में शोक की लहर फैल गई। तीन युवा, जिनकी उम्र 20 से 30 वर्ष के बीच थी, अचानक इस तरह दुनिया छोड़ देंगे, यह किसी ने नहीं सोचा था। यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि सड़क सुरक्षा नियमों का पालन और जिम्मेदार ड्राइविंग कितनी आवश्यक है।
पुलिस क्या कहती है?
एएसपी तिवाड़ी ने बताया कि दुर्घटना के कारणों की जांच अभी भी चल रही है। ट्रक चालक की पहचान की जा रही है और उसे जल्द ही गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और घायलों का इलाज सबसे पहले किया जा रहा है।
निष्कर्ष
जयपुर में हुआ यह हादसा एक गंभीर चेतावनी है कि यात्रा के दौरान सावधानी और सतर्कता बेहद जरूरी है। ओवरटेक जैसे तात्कालिक निर्णय भी जीवन के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। यह घटना सिर्फ एक दुर्घटना नहीं है, बल्कि कई परिवारों के जीवन में स्थायी दर्द बनकर रह गई है। इस तरह के हादसों से बचने के लिए केवल प्रशासन की ही नहीं, बल्कि हम सभी की जिम्मेदारी है कि सड़क पर हमेशा संयम और नियमों का पालन करें।
ईश्वर मृतकों की आत्मा को शांति दे और घायलों को जल्दी ठीक करें।
