CBSE Result 2025 का इंतजार जिस बेसब्री से छात्र, अभिभावक और शिक्षक कर रहे थे, आखिरकार वह घड़ी आ ही गई। इस साल भी चौमूं परिक्षेत्र के छात्रों ने अपने शानदार प्रदर्शन से सभी को गौरवान्वित किया है। एक बार फिर इस क्षेत्र ने यह साबित किया है कि मेहनत, लगन और निरंतर अभ्यास से कोई भी छात्र सफलता के शिखर तक पहुंच सकता है।
टॉपर्स ऑफ चौमूं – प्रयास की चमक
इस वर्ष चौमूं परिक्षेत्र में जिन छात्रों ने टॉप किया है, वे सभी प्रयासी, अनुशासन और प्रेरणादायक हैं। आइए उनके बारे में जानें, जिन्होंने CBSE Result 2025 में अपना परचम लहराया
पहला स्थान – सिद्धार्थ शर्मा (93.60%)
सिद्धार्थ शर्मा ने 93.60% मार्क्स हासिल करके चौमूं ब्लॉक में पहला स्थान हासिल किया है। उनका यह प्रदर्शन न केवल उनके लिए ही है बल्कि उनके स्कूल शिवाजी विद्यालय के लिए भी गर्व का विषय है। सिद्धार्थ ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षकों और खुद की मेहनत को दिया। उनका सपना है कि वह आगे चलकर एक अच्छा इंजीनियर बनें और देश के लिए कुछ बड़ा करें।

नंदिनी कुमावत (93.40%)
नंदिनी कुमावत ने 93.40% स्कोर कर केवल दूसरा स्थान हासिल किया। नंदिनी ने पूरे साल काफी मेहनत की और यह मेहनत का ही फऱल है। वह अक्सर बताती हैं कि उन्होंने सोशल मीडिया से दूरी रखते हुए सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान दिया और नियमित रिवीजन और टाइम टेबल के अनुसार तैयारी की।
प्रिंसी लांबा (93.20%)
93.20% अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहने वाली प्रिंसी लांबा, जिन्होंने पूरे क्षेत्र का नाम रौशन किया। उनका आत्मविश्वास, सकारात्मक सोच और समय प्रबंधन की कुशलता उनकी सफलता की सबसे बड़ी कुंजी रही। वह भविष्य में UPSC परीक्षा की तैयारी करना चाहती हैं।
CBSE Result 2025 – आंकड़ों में सफलता
इस साल CBSE 10वीं बोर्ड परीक्षा में देश भर से लाखों छात्रों ने भाग लिया। चौमूं जैसे ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्र के छात्रों ने शानदार प्रदर्शन शिक्षा के क्षेत्र में एक नई प्रेरणा बनकर सामने आया है।

रिजल्ट की मुख्य बातें:
कुल उत्तीर्ण प्रतिशत: 92.48%
लड़कियों का परिणाम: 94.12% (लड़कों से बेहतर)
लड़कों का परिणाम: 90.65%
सरकारी स्कूलों की भागीदारी: उल्लेखनीय रूप से बढ़ी
परिणाम की वेबसाइट: cbseresults.nic.in
चौमूं क्षेत्र: शिक्षा में अग्रणी
चौमूं क्षेत्र ने हाल के कुछ वर्षों में शिक्षा के क्षेत्र में दृष्टांत प्रगति की है। सरकारी और निजी दोनों स्कूलों ने विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए आधुनिक तकनीक, योग्य शिक्षक और नियमित टेस्ट सीरीज़ का सहारा लिया है। इसके परिणामस्वरूप, छात्रों का आत्मविश्वास और प्रदर्शन दोनों में निरंतर सुधार देखा गया है।

शिवाजी स्कूल, सरस्वती विद्या मंदिर, संस्कार स्कूल, और आर्य पब्लिक स्कूल इत्यादि संस्थानों ने बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए श्रेष्ठ वातावरण प्रदान किया है।
शिक्षकों की और अभिभावकों की भूमिका
CBSE Result 2025 की यह सफलता पूरी सिर्फ छात्रों की मेहनत के भरोसे, हां, बल्कि उनके अभिभावकों और शिक्षकों के मार्गदर्शन के सहयोग भी बहुत अधिक कार्य किया है। छात्रों को हर कठिनाई में दिशा देने वाले शिक्षकों और हर कठिन परिस्थिति में हिम्मत बढ़ाने वाले माता-पिता को इस सफलता का श्रेय अवश्य दिया जाना चाहिए।
प्रेरणा के स्रोत बनें ये टॉपर्स
सिद्धार्थ, नंदिनी और प्रिंसी की सफलता की गाथा भविष्य के छात्रों के लिए एक प्रेरणाशील कहानी है। इन्होंने यह साबित कर दिया कि चाहे संसाधन कम होंने, लेकिन अगर आपके संकल्प मजबूत हों तो, कोई भी लक्ष्य दुर नहीं। इनकी प्रेरक कहानी हर छात्र को यह सिखाती है कि “संघर्ष जितना बड़ा होगा, जीत उतनी ही शानदार होगी
निष्कर्ष
CBSE Result 2025 ने यह साबित कर दिया है कि चौमूं जैसे क्षेत्रों में भी टैलेंट और मेहनत की कोई कमी नहीं है। छात्रों की यह सफलता पूरे क्षेत्र के लिए प्रेरणा है और आने वाले वर्षों में और भी बेहतरीन परिणामों की उम्मीद की जा सकती है। जितना अधिक ऐसी सफलता की कहानियों को साझा किया जाएगा, उतना ही शिक्षा के प्रति जागरूकता और समर्पण बढ़ेगा।
आइए हम सब मिलकर ऐसे होनहार छात्रों को सलाम करें और उन्हें उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दें।